महिलाओं मे हृदय रोग के बढ़ते ख़तरे को कम करने के ज़रूरी उपाय
हृदय रोगों से पीड़ित महिलाओं मे प्रतिशत मे बढ़ोतरी देखने को मिली है. वजन अधिक होना, अच्छे कोलेस्ट्रॉल की पर्याप्त मात्रा न होना साथ ही धूम्रपान, डायबिटीज़ और उच्च रक्तचाप की वजह से महिलाओं मे सिवीडी का जोखिम समय से पहले बढ़ जाता है. उच्च संतृप्त वसा, शुगर और नमक लेना, सब्जियों और अनाज का कम उपभोग तनाव के स्तर को बढ़ाता है.
ख़तरे को कम करने के महत्वपूर्ण उपाय
- फूड सप्लिमेंट: एनिमल बेस्ड ओमेगा-3 सप्लिमेंट महत्वपूर्ण है. ओमेगा-3 फ़ैट के कुछ स्त्रोतों मे मछली, सिफुड, फ्लैक्स सिड, कैनोला ऑयल, सोया फुड्स, सोया मिल्क, चिया सिड्स, अखरोड, अंडे, मारगरिन, दूध, जूस और दही शामिल है.
- कॉफ़ी के बजाय इन्हे चुनिए: कॉफ़ी और चाय जैसे गर्म पेय पदार्थों का प्रयोग बढ़ जाता है. हालाकी कॉफ़ी रक्तचाप बढ़ा सकती है. कैफ़ीन पहले से हृदय रोग से पीड़ित लोगों के लिए एक प्रतिरोधक भी हो सकता है. ग्रीन टी और गर्म पानी पीना लाभदायक हो सकता है.
- व्यायाम के लिए: साधारण व्यायाम शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखता है. डॉक्टर अक्सर 20-30 मिनट तक नियमित रूप से टहलने की सलाह देते है. खाने के पहले या फिर खाना खाने के कम से कम 2 घंटे बाद टहलना चाहिए.
- कुछ वक्त धूप लेना: सर्दियों मे आधे से एक घंटे तक धूप मे रहने से विटामिन डी मिलता है, इससे हृदय की सेहत पर काफ़ी अच्छा असर पड सकता है.
- कम तापमान से पंपिंग धीमी: कम होते तापमान के असर के परिणामस्वरूप हृदय की पंपिंग धीमी पड सकती है और इसकी वजह से क्लाटिंग भी हो सकता है. पर्याप्त गर्म कपड़े पहनने और ठंड के संपर्क मे न आने की सलाह दी जाती है. एचडीएल और ट्रिगलीसेराइड के स्तर का रिकॉर्ड रखना मददगार साबित हो सकता है.