जानिए बादाम से भी ज़्यादा जोरदार है चना
सर्दियों मे रोजाना 50 ग्राम चना खाना शरीर के लिए बहुत लाभकारी होता है. आयुर्वेद मे माना गया है की चना और चने की डाल दोनों के सेवन से शरीर स्वस्थ रहता है. चना खाने से अनेक रोगों की चिकिस्ता हो जाती है. इसमे कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, नमी, चिकनाई, रेशे, कैल्शियम, आयरन और विटामिन्स पाए जाते है. जानिए चने के फायदे
- मोटापा घटाने के लिए रोजाना नाश्ते मे चना लीजिए. चना पाचन शक्ति को संतुलित और दिमागी शक्ति को भी बढ़ाता है. चने से खून साफ होता है जिससे त्वचा निखरती है. सर्दियों मे चने के आटे का हलवा कुछ दिनों तक नियमित रूप से सेवन करना चाहिए. यह हलवा वात से होने वाले रोगों मे और अस्थमा मे फ़ायदेमंद होता है.
- रात को चने की डाल भिगो दीजिए. सुबह पीसकर चीनी और पानी मिलाकर पी लीजिए. इसमे मानसिक तनाव और उन्माद की स्थिति मे राहत मिलती है. और 50 ग्राम चने उबालकर मसल ले. यह जल गर्म गर्म एक महीने तक सेवन करने से जलोदर रोग दूर हो जाता है.
- चने के आटे की नमक रहित रोटी 40 से 60 दिनों तक खाने से त्वचा संबंधित बीमारिया जैसे की दाद, खाज, खुजली आदि नही होती है. भुने हुए चने रात मे सोते समय चबाकर गर्म दूध पीने से सांस नली के अनेक रोग और कफ दूर हो जाते है. और 25 ग्राम काले चने रात मे भिगोकर सुबह खाली पेट सेवन करने से डायबिटीज़ दूर हो जाती है. समान मात्रा मे जौ चने की रोटी भी दोनो समय खाई जाए तो जल्दी फायदा होता है.
- चने को पानी मे भिगो दीजिए उसके बाद चना निकालकर पानी को पी ले. शहद मिलाकर पीने से किसी भी कारण से उत्पन्न नपुंसकता समाप्त हो जाती है. हिचकी की समस्या ज़्यादा परेशान कर रही हो तो चने के पौधे के सूखे पत्ते का धूम्रपान करने से शीत के कारण आने वाली हिचकी या आमाशय की बीमारियों मे लाभ होता है.
- पीलिया मे चने की डाल लगभग 100 ग्राम को दो गिलास पानी मे भिगोकर उसके बाद डाल पानी मे से निकालकर 100 ग्राम गुड मिलाकर 4-5 दिन तक खाने से राहत मिलेगी. गर्म चने रुमाल या किसी साफ कपड़े मे बांधकर सूंघने से जुकाम ठीक हो जाता है. बार बार पेशाब जाने की बीमारी मे भुने हुए चनों का सेवन करना चाहिए. गुड और चना खाने से भी मूत्र मे संबंधित समस्या मे राहत मिलती है. रोजाना भुने चनों के सेवन से बवासीर ठीक हो जाता है.